नई दिल्ली। जम्मू एंड कश्मीर में विधानसभा चुनावों की मांग लंबे समय से नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसी पार्टियां कर रही हैं. अब चुनाव आयोग ने कहा है कि वह विधानसभा चुनावों का ऐलान अमरनाथ यात्रा के बाद कर सकता है. चुनाव आयोग ने कहा है कि जम्मू एंड कश्मीरमें चुनाव साल के अंत में कराए जा सकते हैं. संभव है कि जम्मू कश्मीर के चुनाव महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा के साथ कराए जाएं.
चुनाव आयोग ने अपनी प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा, हम जम्मू एंड कश्मीर के हालात पर नजर रखे हुए हैं. वहां पर चुनाव के बारे में हम अमरनाथ यात्रा के बाद ऐलान करेंगे. अमरनाथ यात्रा अगस्त में रक्षाबंधन पर खत्म होती है. संभावना है कि उसके बाद ही चुनावों का ऐलान कर दिया जाए. साल के अंत में महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा के चुनाव भी होने हैं. इससे पहले 2014 में जम्मू कश्मीर के चुनाव इन्हीं राज्यों के साथ हुए थे. तब किसी भी दल को यहां पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. इसके बाद बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी. हालांकि ये सरकार अपना 6 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई.
जम्मू कश्मीर में सरकार फिर से परिसीमन पर भी विचार कर रही है. वहां पर लंबे समय से परिसीमन पर रोक लगी है. माना जा रहा है कि अब सरकार एससी/एसटी के लिए भी सीटें आरक्षित कर सकती है. इसके अलावा जम्मू क्षेत्र में सीटें बढ़ाने पर भी विचार कर रही है.
लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा की भी मांग की गई थी
चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि हम जम्मू कश्मीर के हालात पर लगातार नजर रख रहे हैं. तमाम एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हम अमरनाथ यात्रा के बाद तारीखों का ऐलान कर सकते हैं.
लोकसभा चुनावों के साथ विधानसभा के चुनाव कराने की मांग की गई थी. हालांकि चुनाव आयोग ने सुरक्षा का हवाला देते हुए वहां पर चुनाव नहीं कराए थे. लोकसभा चुनाव में घाटी में बहुत कम मतदान हुआ था. मतदान प्रतिशत को बढ़ाना भी चुनाव आयोग की सबसे बड़ी चुनौती होगी.
J&K के किस इलाके में कितनी सीट
कश्मीर- 46
जम्मू- 37
लद्दाख- 4
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में किस पार्टी के कितने विधायक
PDP 28
BJP 25
NC 15
INC 12
जम्मू-कश्मीर का ‘धार्मिक समीकरण’
मुस्लिम- 68.31%
हिन्दू- 28.44%
सिख- 1.87%
ईसाई- 0.28%