नई दिल्ली। महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट करने वाली महाराष्ट्र की आईएएस अधिकारी निधि चौधरी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इसको लेकर महाराष्ट्र सरकार ने निधि चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा निधि चौधरी का तबादला कर दिया है. उनको बीएमसी के डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर पद से हटाकर पेयजल और स्वच्छता विभाग का उप सचिव बनाया गया है. उन्होंने यह विवादित ट्वीट 17 मई को किया था.
इसमें निधि चौधरी ने लिखा था, ‘हम गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं, इससे बढ़िया अवसर क्या हो सकता है कि हम अपने नोटों से महात्मा गांधी की तस्वीर और दुनिया भर से उनकी मूर्तियां हटा दें. उनके नाम की संस्थाओं और सड़कों के नाम बदल दिए जाएं. ये हम सभी की तरफ से उन्हें असली श्रद्धांजलि होगी. 30 जनवरी 1948 के लिए थैंक्यू गोडसे.’ इस ट्वीट के लिए सोशल मीडिया पर निधि चौधरी की जमकर आलोचना हुई, जिसके बाद उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है.
निधि चौधरी 2012 बैच की आईएएस हैं. बीएमसी की डिप्टी कमिश्नर बनने से पहले वो सहायक कलेक्टर भी रह चुकी हैं. वहीं, एनसीपी ने निधि चौधरी को नौकरी से सस्पेंड करने की मांग की है. एनसीपी नेता जितेंद्र अनहद ने कहा, ‘महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए हम निधि चौधरी को फौरन निलंबित करने की मांग करते हैं. उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महिमामंडित किया है, जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.’
उधर, जब इस ट्वीट को लेकर विवाद बढ़ने लगा, तो निधि चौधरी ने इसको तुरंत डिलीट कर दिया. इसके बाद उन्होंने इस मसले पर अपनी सफाई दी. निधि चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने 17 मई के अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया, क्योंकि कुछ लोग इसे गलत समझ गए. अगर वो साल 2011 से मेरे टाइमलाइन को फॉलो किए हुए होते, तो वे समझते कि मैं गांधी जी का अनादर करने की सोच भी नहीं सकती हूं, मैं उनके सामने पूरी श्रद्धा से सिर नवाती हूं और अपनी आखिरी सांस तक ऐसा करती रहूंगी.’
निधि चौधरी ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर सफाई देते हुए लिखा, ‘आज के दिन मेरे कारण लोग गांधीजी को याद कर रहे हैं. गांधीजी जिन्हें मैं हर दिन याद करती हूं. अनेक वर्षों से मेरा व्हाट्सऐप स्टेटस सत्यमेव जयते है और आगे भी रहेगा. अनेक वर्षों से हर 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी पर रिचर्ड एटनबरो की फिल्म देखती आई हूं और पिछले कुछ वर्षों से अपने बड़े बेटे के साथ देखती हूं.’
उन्होंने कहा, ‘साबरमती हो या पोरबंदर, जलगांव में जैन सोलार के यहां गांधीजी का संग्रहालय हो या कोलकाता और चेन्नई के वो घर जहां गांधीजी ने दिन गुजारे थे, राजघाट हो या अगस्त क्रांति मैदान….हर जगह गई हूं, ये समझकर कि यही मेरे चारधाम हैं, यही मेरा हज. अनेक बार अपनी गांधीवादी विचारधारा का परिचय देते हुए अनेक पोस्ट और ट्वीट किए हैं, ताकि देश की युवा पीढ़ी जो कि सोशल मीडिया पर काफी जागरूक हैं, से गांधीजी के मूल्यों पर संवाद साधा जा सके.’
इससे पहले हाल ही में मध्य प्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गोडसे को देश भक्त बताकर विवाद खड़ा कर दिया था. हालांकि विवाद बढ़ने पर उन्होंने माफी भी मांग ली थी. इससे भी पहले हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय ने 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के पुतले पर गोली मारी थी, जिसकी खबर सामने आने पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की थी.