बेंगलुरू। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस – जद (एस) गठबंधन की सरकार अगर अपने आप गिर जाती है तो सबसे बड़ी पार्टी भाजपा इसका ‘‘विकल्प’’ तलाशेगी. यह बात सोमवार को केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने कही. उन्होंने कहा कि विकास पर कोई राजनीति नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में कर्नाटक के मंत्री राज्य के हित में काम करेंगे. गौडा ने कहा, ‘‘वे जो करना चाहते हैं (राज्य में), उन्हें (कांग्रेस -जद एस) करने दीजिए. हम राज्य के विकास के लिए काम करना चाहते हैं, हम इस सरकार को गिराने के लिए कोई प्रयास नहीं करेंगे. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह अपने आप गिरती है तो हम जिम्मेदार नहीं हैं. ’’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर वह (कांग्रेस – जद एस सरकार) अपने आप गिरती है तो एक पार्टी के रूप में, सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर यह हमारी जिम्मेदारी है कि विकल्प की तलाश करें. उसी राजनीतिक विचार से हम काम करते हैं. ’’
भाजपा द्वारा गठबंधन सरकार को कमजोर करने के आरोप को खारिज करते हुए भगवा दल के राज्य अध्यक्ष बी एस येदियुरप्प ने भी शुक्रवार को कहा था कि केंद्रीय नेताओं ने राज्य इकाई से कहा है कि एच डी कुमारस्वामी मंत्रिमंडल को ‘‘अस्थिर’’ करने की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हों.
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस ने मिलकर बनाई थी सरकार
कर्नाटक में मई 2018 के चुनावों के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी. 224 सदस्यीय विधानसभा में 104 सीट जीतकर बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी. कांग्रेस को 79 सीट जबकि जद एस को 37 सीट मिली थी. बीजेपी के लोकसभा सदस्य प्रताप सिम्हा ने कहा कि हर कोई येदियुरप्पा को अगले मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहता था और 104 सीट जीतने के बाद पार्टी चुप नहीं बैठेगी.