रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे ज्यादा सालाना रेवेन्यू वाली कंपनी बन गई है। उसने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) को पीछे छोड़ा है। 31 मार्च को खत्म वित्त वर्ष (2018-19) में रिलायंस का रेवेन्यू 6.23 लाख करोड़ रुपए जबकि आईओसी का 6.17 लाख करोड़ रुपए रहा।
रिलायंस का सालाना मुनाफा 13% बढ़ा, आईओसी का 24% घटा
- 2018-19 में रिलायंस देश की सबसे ज्यादा मुनाफे वाली कंपनी भी रही। पूरे साल में रिलायंस का मुनाफा (39,588 करोड़ रुपए) आईओसी के मुनाफे (17,274 करोड़ रुपए) की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा रहा। 2017-18 में रिलायंस को 34,988 करोड़ रुपए का जबकि आईओसी को 22,626 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था। आईओसी का मुनाफा रिफायनिंग, पेट्रोकेमिकल्स और गैस कारोबार पर निर्भर है।
- 10 साल पहले रिलायंस का आकार आईओसी के मुकाबले आधा था लेकिन पिछले कुछ सालों में रिलायंस ने टेलीकॉम, रिटेल और डिजिटल सर्विसेज बिजनेस में तेजी से विस्तार किया।
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मार्केट कैप में भी रिलायंस देश की नंबर-1 कंपनी
रिलायंस रेवेन्यू, प्रॉफिट और मार्केट कैपिटलाइजेशन में देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। रिलायंस का मौजूदा मार्केट कैप 8.49 लाख करोड़ रुपए है। मार्केट कैप में टीसीएस दूसरे नंबर पर है। उसका वैल्यूएशन 7.91 लाख करोड़ रुपए है।
- रिलायंस के पास 1.33 लाख करोड़ रुपए का कैश रिजर्व है लेकिन उसका कर्ज भी सबसे ज्यादा 2.87 लाख करोड़ रुपए है। दूसरी ओर आईओसी का कुल कर्ज 92,700 करोड़ रुपए है।
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आईओसी मुनाफे में ओएनजीसी से पिछड़ सकती है
आईओसी वित्त वर्ष 2017-18 तक देश की सबसे ज्यादा सालाना मुनाफे वाली (सरकारी) कंपनी थी। लेकिन इस बार ओएनजीसी से पिछड़ सकती है। ओएनजीसी ने अभी तक 2018-19 के पूरे नतीजे घोषित नहीं किए हैं लेकिन दिसंबर तिमाही तक उसे 22,671 करोड़ रुपए का मुनाफा हो चुका है।