ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के तिराप जिले में एनपीपी नेता तिरोंग अबोह और उनके बेटे समेत 11 लोगों की हत्या कर दी गई। नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) के उग्रवादियों ने मंगलवार सुबह करीब 11:30 बजे उनके काफिले पर उस वक्त हमला किया, जब वे असम से अपने विधानसभा क्षेत्र खोंसा जा रहे थे।
अबोह 2014 में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल के टिकट पर खोंसा पश्चिम विधानसभा से विधायक चुने गए थे। वे इस बार एनपीपी के टिकट पर दोबारा इस सीट पर चुनाव लड़ रहे थे। अरुणाचल में 2 लोकसभा सीटों के साथ 60 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव कराए गए थे।
एनपीपी अध्यक्ष ने गृहमंत्रालय से हस्तक्षेप की अपील की
मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी अध्यक्ष कोनराड के संगमा ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की है। संगमा ने कहा- हम तिरोंग और उनके परिवार की हत्या से हैरान हैं। हम इस हमले की निंदा करते हैं। मोदीजी और राजनाथजी इस मामले में एक्शन लें।
घटना के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार- कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस ने इस घटना के लिए सत्ताधारी भाजपा पर आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि अगर केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार के दौरान जनप्रतिनिधियों की जान ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी खुद को सुरक्षित कैसे महसूस कर सकते हैं। पार्टी ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की और कहा कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उनकी भाजपा सरकार राज्य में अराजकता और उपद्रव के लिए जिम्मेदार हैं।