स्प्रिंटर दुती चंद ने खुलासा किया है कि वे समलैंगिक रिश्ते में हैं। वे भारत की पहली एथलीट हैं जिन्होंने इस तरह की बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकार की है। दुती ने द संडे एकस्प्रेस को दिए इंटरव्यू में बताया कि वे अपने गृहनगर चाका गोपालपुर (ओडिशा) में एक लड़की के साथ रिश्ते में हैं। हालांकि, दुती ने अपनी पार्टनर के बारे में बताने से मना किया। वे नहीं चाहतीं कि उनकी पार्टनर फिजूल में लोगों की नजरों में आए।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी को भी मुझे जज करने का हक नहीं है। यह मेरी निजी पसंद है। इसका सम्मान किया जाना चाहिए। मैं देश के लिए पदक जीतने की कोशिश जारी रखूंगी।’’
जेंडर विवाद के कारण प्रतिबंध लगा था
दुती पर 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों से पहले जेंडर विवाद के कारण एक साल का प्रतिबंध लगा था। वे टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकीं थीं। दुती का टेस्टोस्टोरेन (हार्मोन) बढ़ जाता था, इससे उन पर पुरुष होने के आरोप लगे थे। उनकी अपील पर लुसाने (स्विट्जरलैंड) स्थित खेल मध्यस्थता अदालत ने इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (आईएएएफ) के फैसले को पलट दिया था। इसके बाद दुती 2016 रियो ओलिंपिक में हिस्सा ले सकीं थीं।
‘मैंने समलैंगिकों के लिए हमेशा आवाज उठाई’
दुती ने कहा, ‘‘मुझे ऐसा कोई मिला है, जो मेरा जीनसाथी है। मैं मानती हूं कि हर किसी को इस बात की आजादी होनी चाहिए कि वह किसके साथ जीवन बिताना चाहता है। मैंने हमेशा उन लोगों के हक में आवाज उठाई है जो समलैंगिक रिश्तों में रहना चाहते हैं। यह किसी की निजी पसंद है। मेरा ध्यान फिलहाल वर्ल्ड चैम्पियशिप और ओलिंपिक खेलों पर है, लेकिन मैं भविष्य में उसके साथ घर बसाना चाहती हूं।’’
‘अगले 5-7 साल और दौड़ सकती हूं’
दुती ने कहा, ‘‘मैं किसी ऐसे के साथ रहना चाहती थी, जो मुझे एक बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए लगातार प्रेरित करे। मैं पिछले 10 सालों से स्प्रिंटर हूं और शायद अगले 5-7 सालों तक और दौड़ सकती हूं। मैं प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए पूरी दुनिया घूमती हूं। यह आसान नहीं है। मुझे किसी का सहारा भी चाहिए।’’ दुती एशियन गेम्स 2018 में दो सिल्वर मेडल जीती थीं। वे 100 मीटर और 200 मीटर के फाइनल में दूसरे स्थान पर रहीं थीं।