आयरलैंड में जारी वेस्टइंडीज बांग्लादेश और आयरलैंड के बीच त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट सीरीज के फाइनल से पहले उम्मीद थी की बांग्लादेश का पलड़ा भारी होगा. तीनों टीमों में बांग्लादेश ने एक भी मैच नहीं हारा था और बारिश के कारण रद्द हुए मैच को छोड़ कर उसने सारे तीन मैच जीते थे. फाइनल शुरू होने से पहले ही बारिश ने खलल डाला जिसके बाद मैच 24 ओवर का कर दिया गया, लेकिन इसके बाद वेस्टइंडीज की टीम बांग्लादेश की जीत के सिलसिले को रोक नहीं सकी.
बारिश ने रोका तीन घंटे का खेल
बांग्लादेश के कप्तान मुशरफे मुर्तजा ने टॉस जीत कर जब पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया तब किसी की उम्मीद नहीं थी यही बांग्लादेश की जीत नींव रख देगा. पहले 20 ओवरों में वेस्टइंडीज की टीम 50 ओवर के मैच की तरह बल्लेबाजी करती रही और बिना विकेट खोए 125 रन भी बना लिए. इसके बाद बारिश ने तीन घंटे तक खेल को रोके रखा. इसके बाद मैच 24 ओवर का कर दिया गया और वेस्टइंडीज ने 24 ओवर में एक विकेट खोकर 152 रन बनाए.
152 नहीं 210 रन का लक्ष्य मिला बांग्लादेश को
चूंकि पहले 20 ओवर वेस्टइंडीज ने 50 ओवर की पारी की तरह खेले थे, इसलिए जब डकवर्थ लुईस नियम के तहत जब बांग्लादेश का लक्ष्य संशोधित किया गया तब उसे वेस्टइंडीज के बनाए 152 रनों का नहीं बल्कि 210 रनों का लक्ष्य मिला. वेस्टइंडीज के लिए शाइ होप ने 64 गेंदों पर 74 रनों की पारी खेली. वहीं अंबरीस 78 गेंदों पर 69 रन बनाकर नाबाद पवेलियन वापस लौटे.
सौम्य सरकार ने रखी मजबूत नींव
बांग्लादेश के लिए सौम्य सरकार ने तमीम इकबाल के साथ मजबूत शुरुआत की. पहले 5 ओवर में ही टीम के 50 रन पूरे हो गए. छठे ओवर में तमीम और शब्बीर रहमान के विकेट गिरने से बांग्लादेश को झटका लगा लेकिन सौम्य सरकार ने 27 गेंदों में ही अपनी फिफ्टी पूरी कर ली. सरकार ने 12वें ओवर में आउट होने से पहले 41 गेंदों पर 66 रन बनाए और टीम का स्कोर 100 के पार भी किया.
मुसाद्देक हुसैन ने पलटा मैच
सरकार के बाद मोहम्मद मिथुन ने पारी को तेजी देने की कोशिश की लेकिन विकेट गिरते रहे औक 16 ओवर में बांग्लादेश का स्कोर केवल 145 रन हो सका. यहां से मुसाद्देक हुसैन ने 24 गेंदों पर 52 रनों की तूफानी पारी खेली और मेहमूदुल्लाह के साथ मिलकर टीम को 23वें ओवर में ही पांच विकेट से जीत दिला दी. इस तरह बांग्लादेश इस टूर्नामेंट में अजेय रह कर विजयी रहा. हुसैन को मैन ऑफ द मैच चुना गया. वहीं वेस्टइंडीज के शाइ होप को मैन ऑफ द टूर्नामेंट कि खिताब दिया गया.