बीजिंग। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव फिर बढ़ता दिख रहा है क्योंकि अमेरिका द्वारा चीन से आयातित 200 अरब मूल्य की वस्तुओं पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर देने के बाद शुक्रवार को चीन ने कहा कि वह इस पर जवाबी कार्रवाई करेगा. चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि आयात शुल्क में वृद्धि का प्रतिकार करने के लिए बीजिंग आवश्यक जवाबी कदम उठाएगा.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “अमेरिका ने चीन से आयातित 200 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया गया है.” मंत्रालय ने कहा, “बीजिंग को गहरा दुख है कि उसे जरूरी जवाबी कदम उठाने होंगे. चीन और अमेरिका के बीच उच्चस्तरीय आर्थिक व व्यापारिक वार्ता अभी जारी है.” मंत्रालय ने कहा, “उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका और चीन सहयोग और बातचीत के जरिए मौजूदा समस्याओं का समाधान करेंगे.”
“उपप्रधानमंत्री लियू ही और शीर्ष व्यापारिक वार्ताकार की अगुवाई में चीन का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन में है और वह अमेरिका के समकक्षों के साथ व्यापार जंग को समाप्त करने के लिए करार करने की कोशिश में जुटा है.
दो दिवसीय यह वार्ता शुक्रवार को समाप्त होगी. उधर, समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका द्वारा शुल्क लागू किए जाने के बाद चीनी शेयर बाजार में हल्का बदलाव हुआ और हांग सेंग सूचकांक 0.6 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था और शंघाई कंपोजिट में 1.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. पिछले साल अमेरिका और चीन द्वारा एक दूसरे देशों से आयातित वस्तुओं पर शुल्क लगाने के बाद दिसंबर में दोनों देशों ने आगे शुल्क में वृद्धि के लिए 90 दिनों तक विराम लगाने पर सहमति जताई थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुल्क में वृद्धि की समय सीमा फरवरी के आखिर में यह कहकर बढ़ा दिया था कि बीजिंग के साथ बातचीत प्रगति में है. जिसका अभिप्राय यह था कि अमेरिका शुल्क में वृद्धि नहीं करेगा. हालांकि रविवार को ट्रंप ने घोषणा कर दी कि वह शुक्रवार से शुल्क में वृद्धि की नई दर लागू कर देंगे. ट्रंप द्वारा चीन से आयातित 50 अरब डॉलर की वस्तुओं पर अतिरिक्त 25 फीसदी शुल्क लगाने के बाद पिछले साल जुलाई से बीजिंग और वाशिंगटन के बीच व्यापारिक जंग जारी है. चीन ने पलटवार करते हुए अमेरिका से आयातित 150 अरब डॉलर की वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ा दिया. अमेरिका द्वारा पिछले साल सितंबर में लगाए गए शुल्क को शुक्रवार को बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया गया.