राजस्थान और चेन्नई के बीच का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 का 25वां मुकाबला चेन्नई और एमएस धोनी के लिए खास था. टीम चाहती थी आईपीएल की मजबूत टीमों में एक के खिलाफ मैच जीत कर कप्तान को जीत का तोहफा दें जो धोनी की 100वीं कप्तानी जीत होनी थी. टॉस भी चेन्नई के पक्ष में रहा. टीम के खिलाड़ी अपना पूरा जोर लगा रहे थे. पहले बॉलर्स, फिर बल्लेबाजी में अंबाती रायडू और खुद एमएस धोनी ने टीम की जीत को दूर होने नहीं दिया, लेकिन अंतिम ओवर में मिचेल सेंटनर ने जिस तरह से तीन गेंदों में 10 बनाकर धोनी को जीत दिलाई, उसका कई कारणों से जिक्र नहीं हुआ.
शुरु में लगा कि राजस्थान होगा हावी
इस मैच में पहले तो जोस बटलर ने राजस्थान का बड़े स्कोर की उम्मीद जगाई, लेकिन बल्लेबाजी के लड़खड़ाने के बाद भी निचले क्रम के बल्लेबाजों ने टीम को सम्मानजनक 151 का स्कोर लगा कर दे दिया. इसके बाद राजस्थान के गेंदबाजों ने पॉवरप्ले में चेन्नई 24 रन पर ही चार विकेट चटका कर राजस्थान को मैच में ला दिया. इसके बाद राजस्थान को मैच में बने रहने के लिए कसी हुई गेंदबाजी करनी थी.
मैच का रोमांच यहां नहीं रुका और धोनी ने अपने ही अंदाज में खेलते हुए मैच को आखिरी तक लेजाते हुए चेन्नई को बराबर मैच में बनाए रखा. वहीं अंबाती रायडू ने भी उनका बखूबी साथ दिया. धोनी और रायडू की 94 रनों की साझेदारी के बावजूद मैच फिफ्टी-फिफ्टी ही बना रहा. 18वें ओवर में रायडू और फिर ऐन मौके पर धोनी की आउट होने से यह तक लगने लगा कि बेन स्टोक्स की आखिरी तीन गेंदों पर जरूरी 8 रन जडेजा और सैंटनर के लिए बहुत ही मुश्किल होगा.
धोनी के आउट होने के बाद रोमांच पहुंचा चरम पर
धोनी के आउट होने के बाद बेन स्टोक्स ने अगली ही गेंद फुल टॉस डाल दी. जिसके बाद अंपायर ने अपना हाथ उठाकर रोक लिया. वहीं लेग अंपायर ने इस नो बॉल नहीं दिया. इससे धोनी नाराज होकर अंपायरों से ‘बात’ करने फील्ड पर पहुंच गए. इस गेंद पर सैंटनर ने दो रन जरूर ले लिए जिससे मैच टीम के मुमकिन बना रहा. अब दो गेंदों में टीम को जीत के लिए छह रन चाहिए थे. अगली गेंद पर फिर से सैंटनर दो ही रन ले सके.
आखिरी गेंद का रहा यह किस्सा
आखिरी गेंद पर राजस्थान के खिलाड़ियों में चर्चा भी हुई लेकिन स्टोक्स की यह गेंद वाइड हो गई. अब एक गेंद पर केवल तीन रन ही जीत के लिए चाहिए थे यानि केवल चौके (या छक्के) से बात बन सकती थी क्योंकि इस मैदान पर दौड़ कर तीन रन लेना मुश्किल था. अंतिम गेंद पर इस बार सैंटनर ने कोई गलती नहीं की और सीधा स्टोक्स के ऊपर से छक्का लगा कर मैच चेन्नई की झोली में डाल दिया.
पिछले साल आईपीएल नहीं खेल सके थे सैंटनर
सैंटनर ने पिछले साल चोट के कारण आईपीएल में भाग नहीं लिया था और इस साल उन्हें चेन्नई ने रीटेन किया था. वे इस समय न्यूजीलैंड के सबसे सफल स्पिनर हैं. उन्होंने इस मैच में 4 ओवर में 25 रन देकर एक विकेट लिया था.
इस जीत से चेन्नई का पहला स्थान मजबूत हो गया है. अब उसके 7 मैचों में 12 अंक हो गए हैं. इसके बाद कोलकाता और मुंबई के 6 मैचों में केवल 8 अंक ही हैं. दोनों टीमें अगर अपना 7वां मैच जीत भी जाती हैं तो भी आधे मैचों के बाद चेन्नई का शीर्ष पर रहना तय है.