नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर शिकंजा कसता जा रहा है. फ्रांस सरकार ने अपने देश में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद की संपत्तियों को फ्रीज करेगी. सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आतंकी मसूद अजहर के संगठन जैश की फ्रेंच संपत्तियों को फ्रीज करेंगे.
इससे फ्रांस ने साफ कर दिया है कि वो अपने देश में जैश को पाई पाई के लिए मोहताज कर देगा. एक दिन पहले चीन के वीटो ने मसूद को ग्लोबल आतंकी होने से तो बचा लिया, लेकिन देशों ने उसी वक्त साफ कर दिया था कि मसूद के खिलाफ रास्ते और भी हैं.
France has always been and always will be by India’s side in the fight against terrorism.
France has decided to sanction Masood Azhar at the national level by freezing his assets in application of the Monetary and Financial Code. (3/5)
— Alexandre Ziegler (@FranceinIndia) March 15, 2019
फ्रांसीसी आंतरिक मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि फ्रांस मसूद अजहर को यूरोपीय संघ की सूची में शामिल करने पर चर्चा करेगा, जिसमें उन लोगों को शामिल किया जाता है जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं.
We will raise this issue with our European partners with a view to including Masood Azhar on the European Union list of persons, groups and entities involved in terrorist acts, based on this decree. (5/5)
— Alexandre Ziegler (@FranceinIndia) March 15, 2019
फ्रांस ने मौद्रिक और वित्तीय संहिता के तहत राष्ट्रीय स्तर पर मसूद अजहर की संपत्ति का फ्रीज करने की मंजूरी दी है.
Reuters: France says it has decided to freeze the French assets of Jaish-e-Mohammed Chief Masood Azhar pic.twitter.com/mtMGuazFii
— ANI (@ANI) March 15, 2019
इससे पहले फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव के समर्थन में अमेरिका और ब्रिटेन भी था, लेकिन चौथी बार चीन के वीटो के कारण यह प्रस्ताव पास नहीं हो पाया. भारत समेत सभी देशों ने इस पर अफसोस जाहिर किया. अमेरिका ने कहा था कि अगर चीन मसूद अजहर के खिलाफ अपना रुख साफ नहीं करेगा तो हम दूसरे तरीकों से उस पर कार्यवाही करेंगे.
इसके बाद अमेरिका और फ्रांस ने मसूद अजहर के खिलाफ अपने स्तर पर कार्यवाही शुरू कर दी है. फ्रांस, अमेरिका समेत कई देशों ने पाकिस्तान पर भारत में हमले करने वाले आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद भी शामिल है. जैश ने कश्मीर में हुए 14 फरवरी के हमले की जिम्मेदारी ली थी, 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे.