मुंबई। मुंबई पुल हादसे को लेकर महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं. इस हादसे के लिए बीएमसी और सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मुंबई पुलिस ने धारा 304 A यानी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. पुल गिरने के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि 30 से अधिक लोग घायल हैं.
बताया जा रहा है कि पुल से पहले सड़क पर रेड लाइट होने के कारण काफी लोगों की जान बच गई. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब पुल ढहा तब पास के सिग्नल पर लाल बत्ती के चलते ट्रैफिक रुका हुआ था और इसी कारण ज्यादा मौतें नहीं हुई.
ब्रिज के बारे में पूरी जानकारी
–इस ब्रिज को साल 1988 में बनाया गया था.
–साल 2016 में इसकी छोटी सी मरम्मत और पेंट किया गया था.
–साल 2017 में इस ब्रिज का जायजा लिया गया था. तब जेडी देसाई कंसल्टेंट ने बताया कि ब्रिज की हालत ठीक है.
–दिसंबर 2018 में इस ब्रिज के मरम्मत का आवेदन निकाला गया लेकिन वो अबतक स्थाई समिति में लंबित है.
घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. ट्विटर पर उन्होंने लिखा है कि मुंबई में फुटओवर ब्रिज दुर्घटना में मारे गए लोगों के बारे में जानकर बेहद दुखी हूं. मेरी सांत्वना उनके परिवारों के साथ है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायलों की जल्द रिकवरी हो. महाराष्ट्र सरकार प्रभावित लोगों को सभी तरह की सहायता प्रदान कराने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है.
पीएम मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मुंबई में फुट ओवर ब्रिज के ढहने की घटना पर दुख जताया है. राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ”मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे की ख़बर से मुझे दुख हुआ है. मृतकों के परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूं.” उन्होंने कहा, ”जो घायल हैं उन्हें जल्द से जल्द राहत मिले मेरी ये प्रार्थना है.”