शॉन मार्श के शतक(131 रन) और ग्लेन मैक्सवेल(48 रन) की आतिशी पारी की मदद से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरे वनडे मुकाबले में भारत के सामने 299 रनों का लक्ष्य रख दिया है. एडिलेड क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे दूसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दूसरे मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी.
ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाज़ों ने आखिरी के तीन ओवरों को छोड़ अपने कप्तान के पहले बल्लेबाज़ी के फैसले को सही साबित किया. उन्होंने पहले मुकाबले की तरह ही लगातार साझेदारियां बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया.
टॉस जीतकर पारी की शुरुआत में ही भुवनेश्वर कुमार ने आज एक बार फिर से एरॉन फिंच को बोल्ड कर टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई. 20 के स्कोर पर कप्तान के विकेट के बाद मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरा झटका दे दिया. 18 रन बनाकर अच्छे दिख रहे एलेक्स कैरी शमी की गेंद पर धवन को कैच देकर चलते बने.
पहले वनडे की तरह ही 26 के स्कोर पर शुरुआती दो विकेटों के बाद लगने लगा था कि भारतीय गेंदबाज़ इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम को जल्द ही रोक लेंगे. लेकिन शॉन मार्श ने यहीं से आकर पूरी बाज़ी पलट दी. उन्होंने पहले ख्वाजा के साथ 56 रन जोड़े और टीम को 82 रनों तक पहुंचाया. इसके बाद ख्वाजा जडेजा की शानदार थ्रो पर रन-आउट हो गए.
86 के स्कोर पर तीसरा विकेट गिरने के बाद मार्श ने हैंड्सकॉम्ब के साथ टीम को 134 रनों तक पहुंचाया. हैंड्सकॉम्ब जडेजा की गेंद पर स्टम्प आउट होकर लौटे. इसके बाद स्टोइनिस ने मार्श का साथ दिया और 29 रन बनाए. लेकिन टीम के 189 के स्कोर पर वो भी शमी की गेंद पर धोनी के हाथों कैच आउट हो गए.
189 पर चार विकेट गंवाने के बाद लगने लगा था कि अब टीम इंडिया मैच में वापसी करेगी. लेकिन मैक्सवेल आए और उन्होंने मार्श के साथ 94 रनों की ऐसी तूफानी साझेदारी निभाई की मैच का रुख ही पलट दिया. इस दौरान शॉन मार्श ने अपने वनडे करियर का 7वां शतक और ऑस्ट्रेलिया में अपना सबसे बड़ा स्कोर भी बनाया. लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम मानो बिखर गई.
मैक्सवेल ने आउट होने से पहले 37 गेंदों में 5 चौके और एक छक्के के साथ 48 रन बनाए. उन्हें पारी के 48वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने चलता किया. मैक्सवेल के आउट होने के तुरंत बाद मार्श की शतकीय पारी का भी अंत हो गया. उन्होंने 11 चौके और 3 छक्कों के साथ 123 गेंदों पर 131 रनों की पारी खेली.
इसके बाद आखिर में भारतीय गेंदबाज़ों ने कुछ अच्छी गेंदबाज़ी दिखाई और ऑस्ट्रेलिया को 300 के पार जाने से रोक लिया. मेज़बान टीम ने 283 के स्कोर से 298 रनों के बीच चार विकेट गंवाए और आखिरी की 16 गेंदों में महज़ 15 रन ही बनाए.
टीम इंडिया के लिए भुवनेश्वर कुमार 4 जबकि मोहम्मद शमी ने 3 विकेट झटके. वहीं एक विकेट जडेजा के खाते में भी आया.